शाब्दिक बुद्धि परीक्षण एवं अशाब्दिक बुद्धि परीक्षण में पाये जाने वाले अंतर को आप नीचे दी गई तालिका के माध्यम से समझ सकते हैं–
क्रम सं. | शाब्दिक बुद्धि परीक्षण | अशाब्दिक बुद्धि परीक्षण |
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1 | इनमें बौद्धिक समस्याओं को शब्दों या भाषा के माध्यम से परीक्षार्थी के सम्मुख प्रस्तुत किया जाता है | इसमें बौद्धिक समस्याओं को रेखा – चित्रों, आकृतियों या स्थूल वस्तुओं के माध्यम से प्रस्तुत किया जाता है |
2 | शाब्दिक परीक्षण में व्यक्ति को भाषा तथा संख्याओं का ज्ञान आवश्यक है | अशाब्दिक परीक्षण में व्यक्ति को भाषा तथा अंको का ज्ञान आवश्यक नहीं है |
3 | इनका निर्माण एवं प्रशासन अपेक्षाकृत सरल एवं कम खर्चीला होता है | इनका निर्माण एवं प्रशासन जटिल होता – है। अतः इसके लिए कुशल एवं प्रशिक्षित व्यक्तियों की आवश्यकता होती है तथा यह अधिक खर्चीला भी होता है |
4 | शाब्दिक बुद्धि परीक्षण की अनुक्रिया का अंकन परीक्षण पुस्तिका में दिये गये निर्देशों को पढ़कर उसी पुस्तिका में करना होता है | अशाब्दिक बुद्धि परीक्षण में परीक्षण – कर्त्ता मौखिक निर्देश देता है और परीक्षार्थी मौखिक निर्देशानुसार कार्य करता है। निर्देश लिखित भी हो सकते हैं किन्तु अनुक्रिया के लिए शब्दों या अंको का प्रयोग नहीं होता |
5 | इन परीक्षणों के परिणाम प्रयोज्य की सामाजिक, सांस्कृतिक एवं पर्यावरणीय परिस्थिति से प्रभावित रहते हैं | इन परीक्षणों के परिणाम सामाजिक, सांस्कृतिक एवं पर्यावरणीय कारकों से प्रभावित नहीं होते। अतः इन्हें संस्कृति मुक्त परीक्षण भी कहा जाता है |
6 | अनुक्रिया अंकित करने के लिए शाब्दिक परीक्षण में शब्द / वाक्य पर चिह्न लगाना, रिक्त स्थान की पूर्ति, मिलान करना, टिक लगाना आदि विधियों का प्रयोग होता है | अशाब्दिक परीक्षण में चित्रों को पहचानना, अंग पूर्ति करना, आकृतियाँ बनाना, चित्रों के अनुसार गुटकों को जोड़ना आदि विधियों का प्रयोग किया जाता है |
7 | शाब्दिक परीक्षण में समय का बन्धन अधिक महत्त्वपूर्ण नहीं होता | अशाब्दिक परीक्षण में बुद्धि की माप करने में समय सीमा अत्यधिक महत्त्वपूर्ण होती है |
8 | भाषा के विकास का प्रभाव बुद्धि परीक्षण के निष्कर्ष पर पड़ता है | भाषा के ज्ञान के स्तर का प्रभाव बुद्धि परीक्षण के निष्कर्ष पर नहीं पड़ता |
9 | इनका प्रयोग शिक्षित एवं परीक्षण की भाषा जानने वाले व्यक्तियों पर ही किया जा सकता है | इनका प्रयोग अशिक्षित या निरक्षर लोगो तथा किसी भी भाषा के बोलने वालों पर किया जा सकता है |
10 | ये परीक्षण छोटे बच्चों एवं मन्द बुद्धि बालकों के लिए अधिक उपयुक्त नहीं होते | इन परीक्षणों में व्यक्तिनिष्ठता की सम्भावना होती है। ये परीक्षण विश्वस्तरीय एवं वैध होने के साथ – साथ संस्कृति मुक्त भी होते हैं |
11 | ये परीक्षण व्यक्तिगत एवं सामूहिक दोनों रूपों में सम्पन्न कराये जा सकते हैं | अशाब्दिक बुद्धि परीक्षण प्रायः वैयक्तिक रूप से ही प्रशासित किये जाते हैं |
12 | वन परीक्षणों की वस्तुनिष्ठता, विश्वसनीयता एवं वैधता अपेक्षाकृत अधिक होती है | ये परीक्षण छोटे बच्चों एवं मन्द बुद्धि बालकों और गूंगे – बहरे आदि मानसिक एवं शारीरिक मन्दतायुक्त व्यक्तियों के लिए उपयुक्त होते हैं |
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